अगर पल भर को भी,
मैं बे-जमीर हो जाता,
यकीन मानिए, मै कब का अमीर हो जाता.
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
*मंज़र भी बेनूर थे और फिज़ाएँ भी बेरंग थी.*
*बस दोस्त याद आए और मौसम सुहाना हो गया..!!*
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆●◆◆◆◆
*ना डरा मुझे ऐ वक़्त नाकाम होगी तेरी हर कोशिशे,*
*ज़िन्दगी के मैदान में खड़ा हूँ, दुआओं का लश्कर लेकर !!*✍🏻✍🏻
Comments
Post a Comment