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Showing posts from July, 2017
अगर पल भर को भी, मैं बे-जमीर हो जाता, यकीन मानिए, मै कब का अमीर हो जाता. ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ *मंज़र भी बेनूर थे और फिज़ाएँ भी बेरंग थी.* *बस दोस्त याद आए और मौसम सुहाना हो गया..!!* ◆◆...

नया अंदाज़

बस दिल जीतने का मक़सद रखो ! दुनिया जीतकर तो सिकन्दर भी ख़ाली हाथ ही गया °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° शिकवा तकदीर का ना शिकायत अच्छी, खुदा जिस हाल मे रखे वही जिंदगी ...

सच्चा दोस्त

सच्चे दोस्त हमें कभी गिरने नहीं देते, ना किसी कि नजरों में..और ना किसी के कदमों में..